दोस्तों आप अगर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi के बारे में तो जानते ही होंगे यह एक Neutral Candle है। ट्रेडिंग करते समय कैंडलेस्टिक की ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि बिना कैंडलेस्टिक के ज्ञान के अगर हम मार्केट में ट्रेड करते हैं तो हमें ट्रेड में नुकसान हो सकता है।(Share Market Rules in Hindi)
मार्केट में जितने भी प्रॉफिटेबल ट्रेडर हैं वह सभी लोग Candlestick को पहले अच्छे से सीखते हैं उसके बाद वह मार्केट में ट्रेड करते हैं जिस कारण उनका ज्यादातर समय ट्रेड में प्रॉफिट होता है।
Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग में सफल होने के लिए हमें Technical Analysis की समझ होना बहुत ही जरूरी है इसीलिए आज हम टेक्निकल एनालिसिस Spinning Top Candlestick Pattern के बारे में जानेंगे, Spinning Top Candlesticks Pattern क्या होता है, कैसे निर्माण होता है,Spinning Top Candle कितने प्रकार के होते हैं, ट्रेड लेते समय हमें क्या देखना चाहिए और भी बहुत कुछ Spinning Top Candlestick Pattern के बारे में इस लेख में जानेंगे।(Support and Resistance in Hindi)
Spinning Top Candlestick Pattern के द्वारा बाजार में Buyers और Sellers की बीच खरीदारी का संतुलनता को या अनिश्चितता को दर्शाता है इस कैंडेल का द्वारा आगे क्या होगा यह स्पष्ट नहीं होता है इसीलिए स्पिनिंग टॉप कैंडलेस्टिक पेटर्न को Neutral Candle भी कहा जाता है।
Spinning Top Candle क्या होता है ?
Spinning Top Candle मैं बाजार की अनिश्चित को दर्शाता है इसीलिए इस कैंडल के द्वारा हम समझ नहीं पाते हैं कि बाजार का दिशा क्या होगा। इस Candel का Body छोटा होता है और अपार शैडो एवं लोअर शैडो दोनों ही बड़ा होता है, इसमें बायर्स और सेलर दोनों ही शक्तिशाली होता है जिस कारण इस Candel का निर्माण होता है।(Swing Trading Stock Selection in Hindi)
Spinning Top Candle कैसे निर्माण होता है?
Spinning Top Candles में बायर्स और सेलर दोनों शक्तिशाली होता है जिस कारण इस Candel का निर्माण होता है। जब दिन के शुरू में स्टॉक प्राइस 100 रूपये ओपन होता है उसके बाद जब स्टॉक प्राइस ऊपर जाता है 110 जाया है तब सेलर्स एक्टिवेट हो जाता है और वह स्टॉक को बेचना शुरू करते हैं जिस कारण स्टॉक प्राइस नीचे आने लगता है और वह ओपन प्राइस का नीचे भी चला जाता है या 90 रूपये आ जाता है, फिर उसके बाद Buyers एक्टिवेट होते हैं और वालों स्टॉक को खरीदने लगते हैं जिस कारण स्टॉक प्राइस फिर से ऊपर जाने लगता है और दिन के अंत में स्टॉक प्राइस ₹98 में Close करता है इस तरीके से ही Spinning Top Candle का निर्माण होता है।(Swing Trading Strategies in Hindi)
Spinning Top Candle कितने प्रकार के होते हैं?
स्पिनिंग टॉप कैंडल मुख्यतः दो प्रकार के होता है–
- Bullish Spinning Top Candle
- Bearish Spinning Top Candle
1.bullish Spinning Top Candle
- जब स्टॉप प्राइस ऊपर से गिरने लगता है और सपोर्ट के पास चला आता है वहां पर स्टॉक प्राइस के नीचे के तरफ Bullish Spinning Top Candle का निर्माण होता है। Bullish Spinning Top Candle Green कलर का होता है।
2.bearish Spinning Top Candle
- जब स्टॉक प्राइस नीचे से ऊपर के तरफ जाने लगता है फिर Stock Price के ऊपर के तरफ Bearish Spinning Top Candle का निर्माण होता है। Bearish Spinning Top Candle Red कलर का होता है।
Spinning Top Candle मैं ट्रेड कैसे लें?
जब Bullish Spinning Top Candle या Green Spinning Top Candle क्रिएट होता है उसके बाद जब बुलिश स्पिनिंग टॉप कैंडल के ऊपर एक ग्रीन कैंडल Close करेगा उसके बाद हमें ट्रेड लेना है और बुलिश स्पिनिंग टॉप कैंडल का Low हमारा स्टॉक लॉस रहेगा।(Share Market Fundamental Analysis in Hindi)
Spinning Top Candle मे ट्रेड लेते समय किन-किन बातों का उपर ध्यान दें?
स्पिनिंग टॉप कैंडल में ट्रेड लेते समय निवेशकों को किन-किन बातों के ऊपर ध्यान देना जरूरी है वह हम नीचे कुछ प्वाइंटों में बताया गया है जिसे आप फॉलो करके आप नुकसानों से बच सकते हैं–
1. स्पिनिंग टॉप कैंडल क्रिएट हो जाने के बाद कंफर्मेशन के बाद हमें ट्रेड लेना है।
2. जब तक स्पिनिंग टॉप कैंडल का ऊपर या नीचे किसी कैंडल का क्लोजिंग ना हो तब तक ट्रेड में एंट्री ना ले।(Share Kab Kharidna Chahie)
3. स्पिनिंग टॉप कैंडल में अगर ट्रेंड बुलीश ट्रेंड चल रहा है तो आपको बुलीश ट्रेंड लेने के बारे में ही ज्यादातर सोचना चाहिए।
4. यदि ट्रेंड बेयरिश चल रहा है तो आपको बेयरिश ट्रेंड लेने के बारे में सोचना चाहिए।
5. स्पिनिंग टॉप कैंडल में जब भी आप ट्रेड ले स्टॉप लॉस जरूर लगाए।
6. स्पिनिंग टॉप कैंडल में जब भी आप ट्रेंडिंग तब वॉल्यूम एनालिसिस जरूर करें।
Spinning Top Candle में टारगेट को कैसे Set करें?
स्पिनिंग टॉप कैंडल एक न्यूट्रल कैंडल है इसमें बाजार की दिशा समझ पाना बहुत ही मुश्किल होता है फिर भी अगर हम स्पिनिंग टॉप कैंडल को देखकर किसी ट्रेड को लेते हैं तो उसमें टारगेट सेट करना भी एक चुनौती पुणे काम है।(Best Indicator for Options Trading in Hindi)
दूसरा तरीका है Fibonacci Retracement के द्वारा स्टॉक प्राइस का टारगेट सेट करना, ट्रेड लेने के बाद आप प्रॉफिट बूट करने के लिए Trailing Stoploss को फॉलो कर सकते हैं।
Spinning Top Candle में स्टॉप लॉस कहां पर लगाए ?
स्पिनिंग टॉप कैंडल में आप जब भी ट्रेड लेते समय स्टॉप लॉस जरूर लगाए स्टॉप लॉस ना लगने से आपका बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है इसीलिए आप जब भी स्पिनिंग टॉप कैंडल में किसी भी ट्रेड को ली तो स्टॉप लॉस जरूर लगाए।
स्पिनिंग टॉप कैंडल में आप जब Bullish ट्रेड ले रहे हैं उसे समय आपको स्पिनिंग टॉप कैंडल का Low को अपना स्टॉपलॉस लगाना है और स्पिनिंग टॉप कैंडल के ऊपर जब एक ग्रीन कैंडल क्लोजिंग होगा उसके बाद आपको ट्रेड में एंट्री लेना है।(Share Market Chart Kaise Samjhe)
स्पिनिंग टॉप कैंडल में आप जब ट्रेड ले रहे हैं उसे समय आपको स्पिनिंग टॉप कैंडल का हाई को अपना स्टार प्लस लगाना है और स्पिनिंग टॉप कैंडल का को के नीचे जब एक रेड कैंडल क्लोजिंग होगा उसके बाद आपको ट्रेड में एंट्री देना है।
Intraday Trading के लिए कौन सा रणनीति सबसे अच्छी है?
इंट्राडे में ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले हाय लिक्विड डेट स्टॉक को चुना है जो निफ्टी 50 के किसी भी स्टॉक हो सकते हैं। निफ्टी 50 में स्टॉक में अगर आप इंट्राडे ट्रेड करते हैं तो आपका नुकसान कम से कम होता है क्योंकि इसमें वैलिडिटी काम रहता है।(Option Chain Kya Hai in Hindi)
निफ्टी 50 के जिस भी स्टॉक में Gap Up हुआ है उस स्टॉक्स के चार्ट में जाइए और 5 मिनट के चार्ट को चुन ले उसके बाद जब स्टॉक प्राइस फर्स्ट 5 मिनट या 9:15 कैंडल के ऊपर जब कोई ग्रीन कैंडल क्लोजिंग करेगा उसके बाद हमें ट्रेड में एंट्री लेना है और स्टॉप लॉस हमारा 9:15 का कैंडल का Low रहेगा। इस सेटअप में Trade लेने के लिए आप 10:30 तक मार्केट में इंतजार कर सकते हैं 10:30 बजे के बाद अगर इस ट्रेड का सेटअप क्रिएट होता है तो आपको ट्रेड नहीं लेना है।(Share Market Kaise Sikhe)
इंट्राडे में ट्रेड लेने के लिए आप इंडिकेटर का सहारा ले सकते हैं Boling Band, Rsi, Ema, Macd, किसी भी इंडिकेटर को सबसे पहले अच्छे से बैक टेस्टिंग करें उसके बाद आप उसे इंडिकेटर के सहारे इंट्राडे में ट्रेड ले सकते हैं।
Intraday के लिए कौन सा इंडिकेटर सबसे अच्छा है?
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा इंडिकेटर है–
Rsi:– इस इंडिकेटर के माध्यम से हम इंट्राडे में स्टॉक प्राइस के मोमेंटम को ट्रैक करके सही समय स्टॉक को खरीद सकते हैं और प्रॉफिट बना सकते हैं।
Bollinger Band:- जब स्टॉक प्राइस बॉलिंगर बंद के लोअर बंद के पास आएगा उसे समय हमें स्टॉक को खरीदना है और अपार्टमेंट के पास जाते हैं स्टॉक प्राइस से हमें प्रॉफिट बुक कर लेना है।
Ema:– स्टॉक प्राइस जब एमी लाइन के पास सपोर्ट लगा उसे समय हमें स्टॉक में एंट्री लेना है और प्रॉफिट को राइट करना है।
और भी बहुत से इंडिकेटर इंट्राडे के लिए अच्छा होता है जैसे Macd, वॉल्यूम आदि।
कौन सी इंडिकेटर खरीदने का संकेत देती है?
वैसे तो कोई भी ऐसा इंडिकेटर नहीं है जो आपको कह देगा कि अभी आप स्टॉक को खड़ी थी या अभी स्टॉक को भेज दे। वह आपको अपने एक्सपीरियंस के आधार पर निर्णय लेना है कब आपको स्टॉक को खरीदना है और बेचना है। Stock को खरीदने का संकेत देने के लिए हम Boling Band, Rsi, Ema, का सहारा ले सकते हैं।(Option Trading Kya Hai In Hindi)
FAQ
Q.1 शेयर बाजार में कैंडल्स चार्ट को कैसे समझे ?
Ans:– शेयर मार्केट में कैंडल्स चार्ट को समझने के लिए सबसे पहले हमें समझना पड़ेगा कैंडल्स में क्या-क्या आता है, कैंडल्स में उसका बॉडी होता है और उसका शैडो होता है। इसके बाद हमें कैंडल्स कैसे काम करता है इसे समझना पड़ेगा।
Q.2 क्या कैंडलेस्टिक पेटर्न ऑप्शन ट्रेडिंग में काम करता है ?
Ans:– हां जरूर कैंडलेस्टिक पेटर्न ऑप्शन ट्रेडिंग में काम करता है, कैंडलेस्टिक पेटर्न को सही से अप्लाई करने के लिए आपको सबसे पहले टेक्निकल एनालिसिस की समझ होना बहुत ही जरूरी है।
Q.3 Bullish पैटर्न क्या होता है ?
Ans:– जब किसी स्टॉक का प्राइस Higher High Higher Low बनाते हुए ऊपर जाता है तो उसे Bullish पैटर्न कहा जाता है। बुलीश पैटर्न में स्टॉक प्राइस धीरे-धीरे करके ऊपर जाता है।
Q.4 वॉल्यूम और कैंडल्स चार्ट कैसे पढ़ा जाता है ?
Ans:– वॉल्यूम की मदद से हम पता चलता है कि उसे दिन टोटल कितने Share की खरीदारी हुई है और कैंडल्स चार्ट की मदद से हम समझते हैं प्राइस भर दिन में कैसे मोमेंटम की है।
Q.5 ग्रीन स्पिनिंग टॉप कैंडल का मतलब क्या होता है ?
Ans:–ग्रीन स्पिनिंग टॉप कैंडल का मतलब होता है Price अभी भी थोड़ा बहुत ऊपर जा सकता है ग्रीन स्पिनिंग टॉप कैंडल स्टॉक प्राइस के ऊपर की तरफ बनता है और अगर ग्रीन स्पिनिंग टॉप कैंडल के ऊपर एक ग्रीन कैंडल क्लोजिंग कर देता है तब हम उसे ट्रेंड को कंटिन्यू मानेंगे।
निष्कर्ष
Spinning Top Candlestick Pattern एक Neutral Candle है इस कैंडल में हम बाजार की दिशा को पहचाना मुश्किल होता है, इसीलिए जब भी आप स्पिनिंग टॉप कैंडल को देखकर किसी भी ट्रेड को लेते हैं तो बहुत संभाल के ट्रेड में और ट्रेड में स्टॉप लॉस को जरूर लगाए नहीं तो आपका बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।(Sabse Sasta Share Kaun Sa Hai1 Din Me Share Bazaar Se Kitne Paisa Kama Sakte Hai)
आज हमने जाना
- नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने सीखा Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi, Spinning Top Candle क्या है, Spinning Top Candle कैसे निर्माण होता है, कितने प्रकार का होता है, ट्रेड लेते समय किन-किन बातों के ऊपर ध्यान देना चाहिए और भी महत्वपूर्ण प्रश्नों जानकारी देने की कोशिश कि हे।(Share Market Ke Liye Konsa Grah Lucky Hai)
- आशा करता हूं हमारा दिए गए जानकारी से आप बहुत कुछ सीख पाए हैं, हमारा द्वारा दिए गए इस जानकारी को पढ़ने के लिए, और अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
- यदि आपके पास Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi (स्पिनिंग टॉप कैंडलेस्टिक पेटर्न इन हिन्दी) इस से सम्बंधित किसी भी प्रकार का सवाल हो या सुझाव देना हे तो कृपया आप हमें कमेन्ट बॉक्स मे कमेन्ट करें।
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