Support and resistance in Hindi:- Share Market में सफल निवेशक होने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस आना बहुत ही जरूरी है, टेक्निकल एनालिसिस में सबसे महत्वपूर्ण चीज होता है सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस(Support and Resistance in Hindi)।
बिना Support and Resistance के शेयर मार्केट से प्रॉफिट कमाना बहुत ही चुनौती पूर्ण है, मार्केट में जितने भी सफल निवेशक है वह सभी को Technical Analysis में Support and Resistance का ज्ञान होता है जिसका मार्केट से प्रॉफिट काम का रहे हैं।(RSI Indicator in Hindi)
Support and Resistance in Hindi
Technical Analysis करने के लिए हमें Support and Resistance कैसे Identify किया जाता है इसकी जानकारी होना बहुत ही जरूरी है। Stocks को खरीदने का सही समय कोनसा है, किस समय खरीदने से हमें कम से कम नुकसान होगा। Support एंड Resistance की मदद से बहुत से Trader मार्केट में Trade कर रहे हैं और मार्केट से वह लोग प्रॉफिट कमा रहे हैं। सपोर्ट जोन में ज्यादातर स्टॉक खरीदारी की जाती है और रेजिस्टेंस जॉन पर ज्यादातर स्टॉक बिकवाली की जाती है। जो भी ट्रेडर मार्केट में Support एंड Resistance को फॉलो करता है वह लोग मार्केट में प्रॉफिट कमा पाएंगे और जो भी ट्रेड Support and Resistance का नियम फॉलो नहीं करेंगे उनको मार्केट में नुकसान होना तय है।(Swing Trading Stock Selection in Hindi)
Support क्या है ?
Support का मतलब होता है किसी चीज को सहारा देना, जब किसी स्टॉक का प्राइस ऊपर से गिरते गिरते ऐसा एक लेवल आता है जहां पर Price आकर रुक जाता है और उसे लेवल से Price नीचे नहीं जाता है और वहां से ही रिवर्सल लेने का कोशिश करता है उसी को लेवल को Support कहा जाता है। Support लेवल में पहले से ही Buyers खरीदने के लिए रेडी रहते हैं जब भी प्राइस Support लेवल के आसपास आता है इस वक्त Buyers स्टॉक को खरीदने के लिए रेडी हो जाते हैं जिस कारण इस लेवल से स्टॉक का प्राइस ऊपर जाने लगता है।(Swing Trading Strategies in Hindi)
Support Zone का दूसरा नाम है Demand Zone भी कहा जाता है क्योंकि जिस लेवल में स्टॉक का Demand होता है उसे ही Demand Zone कहा जाता है। हर समय स्टॉक का Demand सिर्फ Support Zone में ही होता है क्योंकि Support Zone में ही सभी Buyers स्टॉक को खरीदने के लिए अपना टारगेट प्राइस को सेट किया हुआ रहता है।
Support कैसे काम करता है ?
Support कैसे काम करता है इसे जानने से पहले हमें पता होना चाहिए कि स्टॉक का प्राइस ऊपर क्यों जाता है। जब भी किसी भी कंपनी का Financial स्थिति या कंपनी ऐसा कुछ Strength है जो उसके Competitor के पास नहीं है इस कारण स्टॉक का प्राइस ऊपर जाता है। Price ऊपर जाते समय Higher High Higher Low बनाते हुए ऊपर जाता है, जब भी Buyers स्टॉक को खरीदने के लिए जाता है उस समय अगर प्राइस Breakout कर दिया है तो Buyers रुक जाते हैं स्टॉक को खरीदने के लिए वह लोग Retest करने का इंतजार करते हैं। जब भी स्टॉक प्राइस Retest करता है और अगली Higher Low के पास आकर रुक जाता है, उसे ही Support Zone या Demand Zone कहा जाता है। इस लेवल पर जो Buyers स्टॉक को नहीं खरीद सके वह लोग उस स्टॉक को खरीदने हैं, ऐसे ही Support काम करता है।( Candlestick Chart Pattern in Hindi)
Support का क्या काम है?
Support एंड Resistance Deman और Supply के कारण बनता है, सपोर्ट का मूल काम होता है Price को नीचे जाने से रोकना। स्टॉक जब अच्छा खासा रैली दे देता है उसके बाद जब Retest करता है तो स्टॉक अपने Support के पास आने का कोशिश करता है Stock सपोर्ट के पास आकर वहां पर Sideways हो जाता है या वहां से Next Bullish रन देना शुरू करता है। जब भी Buyers स्टॉक को अपने अनुसार नहीं खरीद पाता है तो वह लोग स्टॉक को सपोर्ट के पास आने का इंतजार करता है जब स्टॉक सपोर्ट के पास आ जाता है उसके बाद जो Buyers स्टाफ को नहीं खरीद सके हैं वह लोग स्टॉक को खरीदने हैं और कुछ नए Buyers स्टॉक में एंट्री लेते हैं।(Share Market Fundamental Analysis in Hindi)
Support Zone क्या होता है?
Stock Price जहां पर आकर Support लेता है उस Area को Support Zone कहा जाता है। सपोर्ट कोई एक लाइन नहीं हो सकता है, सपोर्ट एक एरिया होता है जिस Area में आकर स्टॉक प्राइस सपोर्ट लेब भी बते हैं। जड़े-बड़े निवेशक मतलब Fii एंड Dii किसी भी स्टॉक को खरीदने हैं तो वह लोग बहुत ज्यादा मात्रा में किसी भी स्टॉक को खरीद देते हैं। वह लोग किसी भी स्टॉक को एक दिन में नहीं खरीदते हैं एक दिन में खरीदने से ज्यादा वॉल्यूम आएगा और सभी लोगों को पता चल जाएगा कि इस स्टॉक में ज्यादा वॉल्यूम आया है मतलब Fii खरीद रहा है।(Best Indicator for Options Trading in Hindi)
वह लोग धीरे-धीरे करके हर रोज थोड़ा-थोड़ा स्टॉक खरीदने हैं हर एक प्राइस लेवल में वह लोग स्टॉक को खरीदने हैं जिस कारण सपोर्ट एक Area होता है जिस Area में बड़े-बड़े निवेशक ज्यादा मात्रा में स्टॉक को खरीदने हैं उसे एरिया को Support Zone की तरह माना जाता है।
Support या Support Zone का पता कैसे करें?
Chart में Support को पता करने के लिए हमे स्टॉक का प्राइस जिस लेवल में दो-तीन बार Bounceback लिया है उसी को Support या Support Zone माना जाता है। जब भी प्राइस ऊपर जाता है तो प्राइस Higher High Higher Low बनाते हुए ऊपर जाता है। हमें सपोर्ट Draw करने के लिए Higher Low या Swing Low को Identify करना होगा और Higher Low to Higher Low को जोड़ने से हमें सपोर्ट निकल जाएगा। (Option Chain Kya Hai in Hindi)
सपोर्ट को Draw करने के लिए हमें जहां पर भी प्राइस सपोर्ट से लेकर मतलब रुका है और Sideways हो गया है या टाइम बिताया है वहीं पर हम सपोर्ट को Draw कर सकते हैं। सपोर्ट Draw करने का कई सारे इंडिकेटर भी आते हैं जिसके मदद से हम चार्ट में सपोर्ट ड्रॉ कर सकते हैं। जैसे– Pivot Point Standard, Fib Retracement।(Option Trading Kya Hai In Hindi)
Support Breakdown क्या होता है?
कोई स्टॉक प्राइस ऊपर से गिरते गिरते अपना सपोर्ट के पास आकर रुक जाता है उसके बाद वह Sideways हो जाता है या वहां पर Time बिताने लगता है उसके बाद अगर कंपनी का कोई Issue आता है मतलब फाइनेंशियल Issue या किसी प्रकार का अन्य समस्याएं आता है या फिर निवेशकों को कंपनी का स्टॉक प्राइस अभी भी महंगा लगता है तो वह लोग स्टॉक को भारी मात्रा बेचने लगते हैं जिस कारण स्टॉक प्राइस अपना सपोर्ट का तोड़ देता है और सपोर्ट को तोड़ते हुए वह नीचे हो जाने लगता है इसे ही Support Breakdown कहा जाता है।(Sabse Sasta Share Kaun Sa Hai)
Support Breakdown के बाद Trade कैसे ले?
जब स्टॉक प्राइस अपना Support को Breakdown कर देता है एक बड़ी सी Red कैंडल के द्वारा उसके बाद हमें ट्रेड लेना चाहिए लेकिन वह ट्रेड Risky हो सकता है क्योंकि ज्यादातर समय स्टॉक प्राइस Breakdown कर देने के बाद वह अपना सपोर्ट को Retest करने के लिए आता है। सपोर्ट ब्रेकडाउन का सबसे अच्छा ट्रेड होता है जब स्टॉक प्राइस अपना सपोर्ट को ब्रेकडाउन कर देता है उसके बाद जब वह अपना सपोर्ट को Retest करने आए उसके बाद जब वहां से स्टॉक प्राइस गिरने लगे वहां पर Trade को लेना सबसे फायदेमंद होता है। Retest करने के बाद अगर हम ट्रेड में एंट्री लेते हैं तो हमें प्रॉफिट होने के चांस ज्यादा होता है।(1 Din Me Share Bazaar Se Kitne Paisa Kama Sakte Hai)
Resistance क्या है?
जब निवेशक किसी स्टॉक को अच्छे प्राइस में खरीदने हैं उसके बाद जब ऊपर जाने लगता है और हुने प्रॉफिट होता है तो एक ऐसा लेवल आता है जहां पर निवेशकों को लगता है कि शेयर प्राइस बहुत महंगा हो गया है और उन्हें प्रॉफिट भी बुक करना रहता है तो वह लोग एक ऐसा लेवल आता है जहां पर स्टॉक को बेचे लगते हैं उसे ही Resistance या Resistance लेवल कहा जाता है।( Share Market Kaise Sikhe)
Resistance का मतलब ही होता है किसी चीज में रुकावट या बाधा देना, एक ऐसा लेवल होता है जहां पर स्टॉक प्राइस Cross करने के लिए उसे बाधा का सामना करना पड़ता है, उसे ही Resistance कहा जाता है। Resistance लेवल में बहुत ज्यादा मात्रा में स्टॉक की बिकवाली की जाती है जिस कारण स्टॉक प्राइस Resistance लेवल के ऊपर नहीं जा पता है।(Share Market Chart Kaise Samjhe)
Resistance कैसे काम करता है?
Resistance कैसे काम करता है वह जानने से पहले हमें जाना पड़ेगा स्टॉक प्राइस नीचे क्यों जाता है, जब किसी कंपनी की Financial स्थिति में कोई कमजोरी आता है या कंपनी के ऊपर किसी प्रकार का अन्य समस्या होता है तो निवेशकों को लगता है कि स्टॉक में से प्रॉफिट बुक कर लेना ही अच्छा होगा। इसीलिए निवेदक स्टॉक का बिकवाली करना शुरू करता है और जिस लेवल में निवेशक स्टॉक को बिकवाली करता है वहां से स्टॉक प्राइस गिरने लगता है। स्टॉक प्राइस गिर जाने के बाद जब फिर से स्टॉक प्राइस ऊपर जाने लगता है और Resistance लेवल के पास पहुंचता है तो जो भी स्टॉक को पहले उस लेवल पर नहीं बेच सके हैं उन्हें लगता है कि इस इस लेवल में स्टॉक को भेज देना ही सही होगा। इसीलिए जो भी स्टॉक को नहीं बेच सके हैं वह लोग स्टॉक को उसे लेवल में बेच देते हैं जिस कारण फिर से स्टॉक प्राइस वहां से गिरने लगता है।(Share Kab Kharidna Chahie)
Resistance का क्या काम है?
Resistance का काम होता है स्टॉक प्राइस को ऊपर जाने से रोकना जब भी स्टॉक प्राइस Resistance Area में पहुंचता है तो स्टॉक प्राइस वहां से गिरने लगता है या वहां पर ही Sideways हो जाता है। जब स्टॉक प्राइस Resistance के पास से गिरने लगता है और जो भी सेलर Resistance Area में स्टॉक को नहीं भेज सके हैं वह लोग जब स्टॉप फिर से Resistance Area के पास आता है तो वह लोग वहां पर अपने पास रखा स्टॉक को बेचे लगते हैं जिस कारण स्टॉक प्राइस Resistance Area के पास पहुंचने के बाद फिर से गिरने लगता है। Resistance Area में बहुत सारे Sellers स्टॉक को बेचने के लिए Available होते हैं जिस कारण वहां पर ज्यादा मात्रा में Supply हो जाता है और Demand कम होता है यस कारण Resistance से स्टॉक प्राइस गिरने लगता है।( Nifty 50 Mein Paisa Kaise)
Resistance Zone क्या होता है?
स्टॉक प्राइस जिस एरिया में आकर रेजिस्टेंस होता है या प्राइस उसके ऊपर जाने से बड़ा या रुकावट होता है उसे एरिया को ही रेजिस्टेंस या रेजिस्टेंस जॉन कहा जाता है। Resistance कोई एक लाइन नहीं हो सकता है रेजिस्टेंस एक एरिया की तरह काम करता है जिसे रेजिस्टेंस Area या रेजिस्टेंस जोन कहा जाता है।(Kya Trading Karna Sahi Hai)
जब भी बड़े-बड़े निवेशक स्टॉक को बेचते हैं तो वह एक दिन में ही अपना सारा स्टॉक को नहीं बेचते हैं वह लोग धीरे-धीरे करके थोड़ा-थोड़ा Quantity बेचते हैं जिस कारण रेजिस्टेंस एक लाइन नहीं एक एरियाArea हो जाता है जहां पर स्टॉक प्राइस आने से ही वालों स्टॉक को बेचना शुरू करते हैं।
Resistance Breakout क्या होता है ?
Resistance के पास बहुत ज्यादा मात्रा में सेलर Available होने के कारण स्टॉक प्राइस Resistance से गिरने लगता है। जब स्टॉक में कोई अच्छा News या Resistance के पास सेलर Available नहीं होता है तो स्टॉक Resistance को तोड़ के ऊपर जाने लगता है इसे ही Resistance Breakout कहते हैं।( Share Market Ke Liye Konsa Grah Lucky Hai)
Resistance एरिया में जब भी बड़े-बड़े निर्देशक स्टॉक को खरीदने लगते हैं तो स्टॉक प्राइस Resistance को तोड़कर ऊपर जाने लगता है। Resistance एरिया में जब भी ज्यादा वॉल्यूम आता है तो सभी को लगता है कि इसमें बड़े निवेशक पोजीशन बना रहा है तब आम आदमी ही या Retailer भी स्टॉक को खरीदने लगते हैं इस कारण Resistance Breakout होता है।(How to Start Sip in Sbi)
Resistance Breakout के बाद Trade कैसे लें?
Resistance एरिया को जब एक बड़ा Full Body Green Candle Breakout करता है उसके बाद हमें Trade लेने का कंफर्मेशन मिलता है, इस समय Trade लेना थोड़ा सा Risky हो सकता है। जब प्राइस Resistance एरिया को Breakout कर देने के बाद नीचे आएगा और Resistance को Support की तरह मानेगा और प्राइस Resistance एरिया में आकर रुक जाएगा और वहां से फिर से ऊपर जाने के लिए Bullish कैंडल क्रिएट होगा उसे समय ट्रेड लेना सबसे फायदेमंद होता है। Bullish कैंडल क्रिएट होने के बाद अगला दिन एक ग्रीन कैंडल के बाद हमें ट्रेड में एंट्री लेना है और उसे Bullish कैंडल का को हमारा Stop Loss रहेगा।(Share Market Se Kitna Kamaya Ja Sakta Hai)
किसी शेयर का Support and Resistance कैसे पता किया जाता है ?
किसी भी शेयर में Support खोजने के लिए हमें उसे शेयर के चार्ट में जाना है, स्टॉक प्राइस ऊपर से गिरते समय जहां पर रुक गया है या Sideways हो गया है वहां पर हमें एक लाइन Draw करना है या एक एरिया ड्रॉ करना है जो Support एरिया की तरह माना जाएगा। Support एरिया में आकर स्टॉक प्राइस रुक जाता है या वहां पर Sideways हो जाता है वहां से स्टॉक ऊपर जाने का संभावना रहता है लेकिन जब हमें कंफर्मेशन मिल जाए उसके बाद ही हमें Bullish ट्रेड के बारे में सोचना है। (Share Market Mein Kitna Paisa Se Shuruaat Karni Chahie)
हमें स्टॉक के चार्ट में जब स्टॉक प्राइस ऊपर जा रहा है जहां पर जाकर प्राइस से रुक जाता है या Sideways हो जाता है उस एरिया में हमें एक लाइन ड्रॉ करना है जो हमारा Resistance Zone की तरह काम करेगा। Resistance में आकर प्राइस रुक जाता है और उसके ऊपर जा नहीं पता है Resistance जॉन से प्राइस गिरने का संभावना रहता है लेकिन कंफर्मेशन के बाद है हमें बेयरिश ट्रेड के बारे में सोचना चाहिए।(Option Trading Ke Niyam)
Support and Resistance को फॉलो करने का लाभ ?
Support को फॉलो करने के लाभ–
1. ट्रेड लेने से पहले अगर हम Support and Resistance को देख लेते हैं तो हमें ट्रेड में नुकसान होने की संभावनाएं कम हो जाता है।
2. सपोर्ट ओं रेजिस्टेंस लेवल में अगर हम स्टॉक को खरीदने हैं तो हमें प्रॉफिट होने के चांस बढ़ जाता है।
3. इस लेवल में स्टॉक को खरीदने से हमारा स्टॉप लॉस काम हो जाता है जिस कारण हमारा काम नुकसान होता है।(Kya Mutual Fund Mein Paisa Doob Sakta Hai)
FAQ
Q.1 Resistance क्यों लगाते हैं?
Ans:– Resistance को लगाने का कई कारण होते हैं जैसे – 1. सही समय में स्टॉक में से प्रॉफिट को बुक करना, 2. स्टॉक में ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट को लेना, 3. रेजिस्टेंस को फॉलो करने से हमें सही समय में स्टॉक को Buy कर सकते हैं।
Q.2 ट्रेडिंग में सपोर्ट जॉन क्या है?
Ans:– ट्रेडिंग में सपोर्ट जॉन का मतलब होता है जहां पर आकर स्टॉक प्राइस या Price आकर रुक जाता है वहां से नीचे प्राइस नहीं जाता है वहां पर आकर सिदेवेज हो जाता है उसे ही सपोर्ट जॉन कहा जाता है।
Q.3 Share की टारगेट प्राइस कैसे पता करें?
Ans:– Share का टारगेट प्राइस निकालने के बहुत से तरीके होते हैं पहले अगर आप Share को सपोर्ट के पास खरीदे हैं तो अगला रेजिस्टेंस उसे शेयर का टारगेट होता है दूसरा आप Fib Retracement के द्वारा हम Share का टारगेट प्राइस निकाल सकते हैं।
Q.4 सपोर्ट से आप क्या समझते हैं?
Ans:– सपोर्ट से हम समझते हैं कि Price वहां पर आकर रुक जाएगा और वहां से एक नया Trend का शुरुआत हो सकता है। सपोर्ट के प्राइस आकर रुक जाता है या सपोर्ट के पास Stock का सप्लाई या सेलर का कमी हो जाता है, जिस कारण स्टॉक प्राइस और नहीं नीचे जाता है।(Stock Market Mein Nivesh Karte Samay Kisi Ko Kya Savdhani Rakhni Chahie)
Q.5 रेजिस्टेंस को हम कैसे पता करें?
Ans:– स्टॉक प्राइस ऊपर जाते समय जहां पर Price रुक गया है या Sideways हो जाया गया है वहां पर हम एक लाइन ड्रॉ कर सकते हैं जिसे हम रेजिस्टेंस या रेजिस्टेंस जोन के तरह मानेंगे।
निष्कर्ष
Support and Resistance में Supply और Demand जॉन का खेल चलता है जब भी स्टॉक का Supply बंद हो जाएगा तो स्टॉक प्राइस रुक जाएगा है या वहां से ऊपर जाने लगता है और जब भी स्टॉक में ज्यादा Demand आएगा तो स्टॉक प्राइस वहां से नीचे गिरने लगता है। (Kya Market Mein Paisa Lagana Sahi Hai)
स्टॉक मार्केट से प्रॉफिट कमाने के लिए हमारे पास Support and Resistance in Hindi का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है, बिना सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस के ट्रेडिंग से प्रॉफिट नहीं बना सकते। Support और Resistance का ज्ञान होने से हमें स्टॉक मार्केट में काम से कम नुकसान होगा।(Intraday Trading Kaise Sikhe)
आज हमने जाना
- नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने सीखा Support and Resistance in Hindi, Support क्या है, Resistance क्या है, Support कैसे काम करता है, Resistance कैसे काम करता है, Support का क्या काम है, Resistance का क्या काम है, Support जॉन क्या होता है, Resistance जॉन क्या होता है, और भी महत्वपूर्ण प्रश्नों जानकारी देने की कोशिश कि हे।
- आशा करता हूं हमारा दिए गए जानकारी से आप बहुत कुछ सीख पाए हैं, हमारा द्वारा दिए गए इस जानकारी को पढ़ने के लिए, और अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
- यदि आपके पास Support and Resistance in Hindi (सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस इन हिंदी) इस से सम्बंधित किसी भी प्रकार का सवाल हो या सुझाव देना हे तो कृपया आप हमें कमेन्ट बॉक्स मे कमेन्ट करें।
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